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कौन सा नमक है सेहत के लिए फायदेमंद

सही कहा है किसी ने कि नमक के बिना स्वाद नहीं , जी हां एक चुटकी नमक खाने का स्वाद ही बदल देता है। किसी भी खाने में सभी मसाले हो और नमक ना हो तो खाना बेस्वाद लगता है। पर यह भी सच है कि नमक अगर ज्यादा हो जाए तो भी खाने का स्वाद बिगड़ जाता है। इसीलिए तो नमक कम ही अच्छा।
नमक हमारे खाने में जितना जरूरी है उतना ही हमारी बॉडी के लिए भी आवश्यक है। बाजार में कई तरह के नमक मौजूद है जिसके चलते लोगों में यह कन्फ्यूजन रहता है कि कौन सा नमक सेहत के लिए अच्छा है। नमक को सोडियम का रिच सोर्स माना जाता है और सोडियम की वजह से ही शरीर की सभी कोशिकाएं ठीक से काम कर पाती हैं। सोडियम हमारी बॉडी को ठीक से चलने की चलाने के लिए बहुत जरूरी मिनरल है। यह हमारे शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस भी बनाए रखने में मदद करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर व्यक्ति को प्रतिदिन 5 ग्राम नमक का ही सेवन करना। इससे अधिक सेवन करने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। आइए जानते हैं कि कितनी प्रकार का नमक मार्केट में उपलब्ध है।

नमक के प्रकार

1 साधारण नमक

साधारण नमक, जिसे हम टेबल साल्ट के नाम से भी जानते हैं। ज्यादातर हर किचन में यही नमक इस्तेमाल किया जाता है। इसका एक फायदा यह है कि इसमें कोई अशुद्धि नहीं होती,और यह फ्री फ्लोइंग होता है। इसमें गांठे नहीं बनती हैं। क्योंकि इसे प्रोसेस किया जाता है और इस प्रोसेसिंग के दौरान इसके मिनरल्स भी नष्ट हो जाते हैं। इसमें कुछ मात्रा आयोडीन की भी डाली जाती है तो जिन व्यक्तियों में आयोडीन की कमी होती है उन्हें इस नमक को इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है । आयोडीन की कमी की वजह से शरीर में थायराइड ग्लैंड ठीक से काम नहीं कर पाती और अनेक प्रकार की समस्यआएं उत्पन्न हो जाती है । बच्चों के विकास के लिए भी आयोडीन जरूरी होता है। हालांकि इसका ज्यादा इस्तेमाल बहुत सारी परेशानी और बीमारियों को भी न्योता देता है।

2 सेंधा नमक

इससे पिंक साल्ट के नाम से भी जानते हैं। इसमें करीब 84 तरह के मिनरल्स पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बेहद जरूरी हैं। यह शरीर में शुगर का लेवल, रक्त कोशिकाओं का पीएच स्तर सही करना जैसे कार्यो में मदद करता है और मांसपेशियों में होने वाले दर्द से भी राहत देता है। इसमें अन्य नमक की तुलना में कम सोडियम रहता है। सेंधा नमक हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। माइग्रेन के दर्द से परेशान हैं तो सेंधा नमक का उपयोग करें क्योंकियह मैग्नीशियम की कमी को दूर करके माइग्रेन की स्थिति में लाभ पहुंचाता है।

3 काला नमक

काला नमक कईं आयुर्वेदिक और चिकित्सक गुणों से भरपूर होता है। इसमें आयरन की भारी मात्रा पाई जाती है। इसका सेवन पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है जिसकी वजह से अपच, कब्ज, गैस और हार्टबर्न जैसी समस्याओं से आराम मिलता है। इसमें भी सोडियम की मात्रा कम होती है तो हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए इसका इस्तेमाल फायदेमंद है, क्योंकि इससे उनका ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ता।

नमक का ज्यादा सेवन भी नुकसान देता है और कम सेवन भी । ऐसे में यह जरूरी है कि आप नमक को सही मात्रा में ही खाएं। नमक शरीर के लिए आवश्यक है। अगर स्वाद और फायदे दोनों को देखें तो पिंक साल्ट खाना सबसे अच्छा है क्योंकि इसमें सबसे ज्यादा मिनरल्स होते हैं और यह हंड्रेड परसेंट नेचुरल भी होता है। इसे प्रोसेस नहीं किया जाता है और अन्य नमक की तुलना में इसमें सोडियम की मात्रा भी कम होती है। एनीमिया और गोइटर से पीड़ित लोगों के लिए काला नमक का उपयोग सबसे अच्छा है क्योंकि इसमें आयरन और आयोडीन की सही मात्रा होती है।
खाने में नमक की मात्रा ज्यादा ना लें और सलाद या सब्जी के ऊपर अलग से छिड़ककर तो बिल्कुल भी ना खाएं।अचार, पापड और चटनी भी काम मात्रा में ही खाएं ,क्योकि इन सभी में नमक बहुत अधिक होता है । नमक के अधिक सेवन से ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है जो आगे चलकर दिल और किडनी की समस्याओं को भी न्योता देती है। तो नमक आप खाएं पर कंट्रोल करके।

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